Posts

Showing posts from January, 2024

सिद्धार्थ कॉन्वेंट हाई स्कूल में मकर सक्रांति पर्व मनाया

Image
  आगर मालवा(शब्द संचार न्यूज) सिद्धार्थ कॉन्वेंट हाई स्कूल छावनी आगर मालवा में मकर संक्रांति पर्व को उत्सव के रूप में मनाया गया !             पतंग उड़ाओ प्रतियोगिता का आयोजन किया गया , जिसमें सीनियर जूनियर एवं मिनी वर्ग में से बेहतर प्रदर्शन करने वाले प्रथम द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले प्रतिभागियों का चयन किया गया !    छात्र-छात्राओं का उत्साहवर्धन स्कूल संचालक आनंद बौद्ध, स्कूल उपप्राचार्य विशाल जायसवाल एवं समस्त टीचर्स द्वारा किया  !           उक्त जानकारी स्कूल प्राचार्य रामचंद्र महलका द्वारा द्वारा दी  !

पेंच अभ्यारण में टाइगर व अन्य जंगली जानवरों को निहार कर रोमांचित हुए आगर के विद्यार्थी

Image
  आगर मालवा(शब्द संचार न्यूज )राज्य स्तरीय मोगली बाल उत्सव 2023 ,मध्य प्रदेश स्कूल शिक्षा विभाग, एप्को भोपाल ,जैव विविधता बोर्ड एवं वन विभाग के संयुक्त  तत्वावधान में  8 से 10 जनवरी  2024  तक सिवनी जिले के पेंच अभ्यारण में आयोजित किया गया। राज्य स्तरीय मोगली उत्सव में प्रदेश के प्रत्येक जिले से दो बच्चे कनिष्क वर्ग व दो बच्चे वरिष्ठ वर्ग से कुल 369 प्रतिभागी  रहे।      आगर जिले से जिला शिक्षा अधिकारी आरजी शर्मा एवं एडीपीसी दिनेश कु्भकार, मोगली जिला एमटी के मार्गदर्शन में जिले के मार्गदर्शी शिक्षक ब्रजमोहन चौबे एवं अंजलि गवली के नेतृत्व में वरिष्ठ वर्ग से प्रेम प्रजापत, मोना विश्वकर्मा एवं कनिष्क वर्ग से पंकज टेलर ,आशी कारपेंटर ने पेंच अभ्यारण में पेड़ पौधों एवं वनस्पतियों को करीब से जाना एवं प्रकृति भ्रमण करते हुए प्रकृति की उपयोगिता को समझा।      मध्यान्ह पूर्व प्रथम दिवस प्रदेश से आए सभी बाल मोगली मित्र  छात्रों को जंगल में उत्सव के सहजकर्ताओं द्वारा भ्रमण कराते हुए जंगल में उपस्थित वनस्पति ,जीव- जंतु एवं पारिस्थितिक तंत्र ही मनुष्य के लिए प्राकृतिक खजाना  है को  स्पष्ट किया। द्वितीय

मकर संक्रांति का धार्मिक और वैज्ञानिक महत्त्व

  1. संक्रांति :-  प्रति वर्ष मकर संक्रांति अलग-अलग समूह पर, विभिन्न प्रकार के वस्त्र परिधान कर, विभिन्न शस्त्र, भोज्य पदार्थ एवं अन्य नशे के साथ आती है। सूर्य का एक राशि से दूसरी राशि में जाने को संक्रांति कहा जाता है। एक संक्रांति से दूसरी संक्रांति की अवधि ही सूर्यमास है। वैसे तो सूर्य संक्रांति 12 हैं, लेकिन इनमें से चार संक्रांतियां महत्वपूर्ण हैं, जिनमें मेष, कर्क, तुला, मकर संक्रांति शामिल हैं। 2. मकर संक्रांति:-   सूर्यदेव जब धनु राशि से मकर संक्रांति पर जाते हैं तो मकर संक्रांति मनाई जाती है।  3. सूर्य के मकर राशि में प्रवेश का महत्व:-  सूर्य के धनु राशि से मकर राशि पर जाने का महत्व इसलिए अधिक है कि इस समय सूर्य दक्षिणायन से उत्तरायण हो जाता है। उत्तरायण देवताओं का दिन माना जाता है।  4. ऐसे मनाएं संक्रांति :-   इस दिन प्रातःकाल उबटन आदि रोक तीर्थ के जल से मिश्रित जल से स्नान करें। यदि तीर्थ में जल उपलब्ध न हो तो जल में तिल स्नान कराएं। तीर्थ स्थान या नदियों में पवित्र स्नान करना अधिक महत्वपूर्ण है।  स्नान के बाद नित्य कर्म और अपने आराध्य देव की आराधना करें। पुण्यकाल में दांत

सतत् परिश्रम ही सफलता का मार्ग है : सरस्वती शिशु मंदिर के बच्चों ने किया सूर्य नमस्कार

Image
  आगर मालवा(शब्द संचार)- विद्या भारती के स्थानीय सरस्वती शिशु मंदिर आगर में आज विवेकानंद जयंती के अवसर पर सूर्य नमस्कार का आयोजन किया गया । कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि डॉ. संदीप तिवारी, प्राचार्य  प्रवीण पाराशर, प्रधानाचार्य  सुनील  सोनी ने माँ सरस्वती, प्रणवाक्षर ॐ, भारतमाता एवं विवेकानन्द की पूजन व दीप प्रज्ज्वलन कर किया । वंदना सुश्री शीला मालवीय ने प्रस्तुत की, अतिथि परिचय  सुनील सोनी ने दिया । स्वागत अरविन्द सक्सेना एवं  महेश  माली ने किया ।  विद्यालय के योग शिक्षक  सुभाष मल्डावदिया के निर्देशन में विद्यालय के सभी बच्चों ने सूर्य नमस्कार योग किया प्राचार्य श्री  पाराशर ने बच्चों को संबोधित करते हुए विवेकानन्द जी के जीवन पर प्रकाश डाला  बच्चों को बताया कि सतत् परिश्रम ही सफलता का मार्ग है । आप पूर्ण मनोयोग से तैयारी करें व सफलता प्राप्त करें । आपका ईमानदार प्रयास ही आपके वांछित लक्ष्य तक आपको पहुँचाएगा । उक्त जानकारी अरविन्द सक्सेना ने दी ।