150 वर्ष बाद गुरुवार को दिखाई देगा वलयाकार सूर्य ग्रहण का नजारा
गुरूवार, 26 दिसंबर 2019 को इस वर्ष का तीसरा और आखिरी सूर्य ग्रहण लगेगा। इस सुरु ग्रहण के दौरान सूर्य भारत में आग से भरी अंगूठी की तरह नजर आएगा।
इसे वलयाकार सूर्य ग्रहण भी कह सकते हैं, 26 दिसंबर को लगने वाले सूर्य ग्रहण में ऐसा नजारा लगभग 150 साल बाद दिखाई देगा, यह हरियाणा समेत कई राज्यों में खंडग्रास के रूप में दिखाई देगा।
इस ग्रहण का सूतक 25 दिसंबर रात 8 बजे से शुरू होकर 26 दिसंबर दोपहर 1.35 पर समाप्त होगा, जबकि शहर में ग्रहण का स्पर्श काल 26 दिसंबर को प्रात 8.11 मिनट से होकर प्रात: 10.57 मिनट रहेगा।
ज्योतिषाचार्य पण्डित दयानन्द शास्त्री ने बताया कि यह भारत के अलावा सऊदी अरब, कतर, सुमात्रा, मलेशिया, अोमान, सिंगापुर, श्रीलंका, उत्तर-पश्चिम आस्ट्रेलिया और पूर्वी अफ्रीका में भी दिखाई देगा।
धनु राशि में सप्त ग्रहों का संयोग
पौष महीने की अमावस्या पर गुरुवार, मूल नक्षत्र, वृद्धि योग, नाग करण की साक्षी में कंकण आकृति का सूर्य ग्रहण होगा धनु राशि पर होने वाले ग्रहण में सात ग्रह मौजूद रहेंगे, इस दौरान व्यापारियों व विद्वान को कठिन परिस्थितियों का सामना करना पड़ सकता है।
ईरान, ईराक, पाकिस्तान, अफगानिस्तान समेत जहां ग्रहण दिखाई देगा, वहां पर राजनीतिक उथल-पुथल व प्राकृतिक प्रकोप युद्ध के हालात बन सकते हैं, रूई, गेहूं, गुड़, शक्कर, तिल, तेल, सोना व पीली वस्तुओं में तेजी हो सकती है।
यह ग्रहण लगभग 2.46 घंटे तक दिखाई देगा, ग्रहण का सूतक 25 दिसंबर 2019 को रात्रि 8 बजे से प्रारंभ होगा, जो 26 दोपहर 1.35 बजे तक रहेगा।
पण्डित दयानन्द शास्त्री के अनुसार इस ग्रहण का स्पर्शकाल, 26 दिसंबर को प्रात 8.11 मिनट से ग्रहण शुरू होगा, मध्यम काल 9.27 बजे, मोक्ष प्रात: 10.57 मिनट होगा।
ग्रहण का पूर्वकाल, ग्रहण का पूर्वकाल कुल 2 घंटे 46 मिनट का रहेगा, संभव है कि 61 प्रतिशत सूर्य बिंबकाल में दिखाई देगा।
जानिए राशियो पर इस ग्रहण का प्रभाव
~~उत्तम फलदायक- कर्क, तुला, कुंभ, मीन
~~मध्यम फलदायक- मेष, मिथुन, सिंह, वृश्चिक,
~~अशुभ फलदायक- वृषभ, कन्या, धनु, मकर।
सूर्य ग्रहण 26/12 : सूतक 25 दिसंबर 2019 की रात 8 बजे से शुरू होगा, मेरठ सहित दिल्ली, आगरा, भोपाल, जयपुर और अन्य शहरों में ग्रहण स्पर्श--मोक्ष समय जान लें, भारत के विभिन्न शहरों में सूर्यग्रहण 26 दिसंबर 2019 को कितने बजे शुरू होगा उसका विवरण--
उज्जैन सवेरे 8.08 से 10.58 तक...
बीकानेर सवेरे 8.11 से 10.50 तक...
कोलकाता सवेरे 8.26 से 11.33 तक..
जयपुर सवेरे 8.13 से 10.55 तक...
जोधपुर सवेरे 8.09 से 11.03 तक...
दिल्ली सवेरे 8.16 से 10.57 तक...
भुवनेश्वर सवेरे 8.19 से 11.28 तक...
मेरठ। सवेरे 8.16 से 10.57 तक...
मुम्बई सवेरे 8.04 से 10.52 तक...
कोयम्बटूर सवेरे 8.06 से 11.10 तक..
अमृतसर सवेरे 8.18 से 10.50 तक...
बनारस सवेरे 8.20 से 11.13 तक...
हैदराबाद सवेरे 8.08 से 11.10 तक...
गौवाहाटी सवेरे 8.39 से 11.36 तक..
जम्मू सवेरे 8.20 से 10.49 तक...
नागौर सवेरे 8.11 से 10.51 तक..
पटना सवेरे 8.24 से 11.19 तक...
रायपुर सवेरे 8.14 से 11.15 तक..
जैसलमेर सवेरे 8.08 से 10.46 तक...
हरिद्वार सवेरे 8.20 से 10.57 तक...
अजमेर सवेरे 8.11 से 10.53 तक...
ज्योतिषाचार्य पण्डित दयानन्द शास्त्री जी बताते हैं कि इस अंतिम सूर्यग्रहण का सूतक 25 दिसंबर 2019 की रात 8 बजे से शुरू होगा, इस समय धनु राशि वाले लोगों के लिए व मूला नक्षत्र में पैदा होने वाले लोगों के लिये कष्टप्रद रहेगा।