श्रावण विशेष: दक्षिण के कैलाश के रूप में विख्यात है मल्लिकार्जुन ज्योतिर्लिंग
शैलम नामक ज्योतिर्लिंग आंध्रप्रदेश के पश्चिमी भाग में कुर्नूल जिले के नल्लामल्ला जंगलों के मध्य श्री सैलम पहाड़ी पर कृष्णा नदी के किनारे विराजमान हैं। यहां शिव की आराधना मल्लिकार्जुन नाम से की जाती है। यह श्री शैल मल्लिकार्जुन ज्योतिर्लिंग 12 ज्योतिर्लिंगों में दूसरे स्थान पर आता है। इसे दक्षिण का कैलाश भी कहते हैं। अर्थात दक्षिण भारत में श्री शैल मल्लिकार्जुन स्वामी की मान्यता भगवान् शिव के कैलाश पर्वत के बराबर मानी गई है।