इंसान को ईश्वर से मिलाने का मार्ग है भागवत कथा:पंडित नागर
सुसनेर। जिस प्रकार कोई भी विद्यार्थी शिक्षा प्राप्त कर अच्छी नोकरी करने के लिए पात्र बनता है ठीक उसी प्रकार भागवत कथा भी इंसान को ईश्वर से मिलाने का मार्ग प्रशस्त्र करती है। कथा ही लोगों को जगाती है। उक्त विचार समीपस्थ ग्राम मोडी में चल रही श्रीमद भागवत कथा में पांचवे दिन पंडित कमलकिशोर नागर ने श्रद्धालुओं को सम्बोधित करते हुएं व्यक्त किए। उन्होने कहां कि कहा कि धन तो नाशवान होता है परंतु ईश्वर अविनाशी होता है। इसलिए ईश्वर प्राप्ति की भक्ति करना चाहिए।इंसान की पत्नी घर के दरवाजे तक तथा परिवार वाले शमशान तक वह इंसान का बेटा अग्नि दान तक ही साथ देता है। इससे आगे वह नहीं चल सकते हैं। इसके आगे तो केवल ईश्वर की भक्ति जाएगी। ईश्वर का किया भजन दोनों लोक तक साथ निभाएगा। पांचवे दिन की कथा के विश्राम पर गांव मोकमपुरा के आयोजक सिसोदिया परिवार द्वारा व्यासपीठ की आरती की गई। इस अवसर पर बडी संख्या में श्रद्धालुजन मौजूद थे।