वैश्य महासम्मेलन ने आंगनवाड़ियों में अंडा वितरण करने के विरोध में दिया ज्ञापन
आगर मालवा-मध्यप्रदेश शासन द्वारा आंगनवाड़ियों में अंडा वितरण करने का निर्णय लिया गया है,जो वैश्य समाज के अनुसार समाज के नौनिहालों को धर्म,संस्कृति एवं संस्कारों से दूर करने का कुत्सित प्रयास है।
वैश्य महासम्मेलन के जिला मीडिया प्रभारी पवन मालानी ने जानकारी देते हुवे बताया कि अंडा एक मांसाहारी भोजन है एवं भारत के ऋषि मुनियों ने इसे अभक्ष्य पदार्थ माना है।
पूर्व की सरकारों ने भी इस तरह का प्रयास किया लेकिन शाकाहारी समाज के संत,ऋषि- मुनियों,धर्माचार्यौ तथा धार्मिक एवं सामाजिक संगठनों के विरोध के कारण उन्हें यह निर्णय वापस लेना पड़ा था ।आज भी वैश्य समाज ने सरकार के इस कृत्य का विरोध करते हुए कहा कि सरकार अपने निर्णय पर पुनर्विचार करें एवं अपना निर्णय वापस ले।इस हेतु सम्पूर्ण मध्यप्रदेश में वैश्य समाज प्रत्यैक जिले मेंज्ञापन दे रहा है।इसी श्रंखला में आगर वैश्य समाज ने भी आज जिलाधीश संजय सिंह को ज्ञापन दिया। जिसमें वैश्य समाज जिला अध्यक्ष संजय फुलैरा,जिला महामंत्री राजेश देसाई,विनोद जैन श्रीपाल,अनील कोठारी, राजेश मैठी,सतीश मित्तल,महेश मित्तल तनोडिया,सत्यनारायण अटल, ओम प्रकाश गर्ग,अंकित गर्ग बडौदआदि उपस्थीत थे।