चीन में फैले वायरस से महामारी की भविष्यवाणी सत्य साबित हुई , वायरस की सबसे बड़ी भविष्यवाणी सटीक रूप से लिखी थी
चीन में फैले वायरस से हुई महामारी की भविष्यवाणी सत्य साबित , पूरे विश्व में केवल भारत के दिलीप नाहटा ही ऐसे ज्योतिषी बने , जिन्होंने 2020 में चीन में आए वायरस की सबसे बड़ी भविष्यवाणी सटीक रूप से लिखी थी।
राजस्थान में अजमेर जिले में स्थित ब्यावर शहर के एस्ट्रोलॉजर एवं हस्तरेखा विशेषज्ञ दिलीप नाहटा की एक बार फिर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर की गई 2020 की सबसे बड़ी भविष्यवाणी सत्य साबित हुई है , ब्यावर के नाहटा की 20 सितंबर 2019 एवं 08 अक्टूबर 2019 के दिन देश के कुछ न्यूज़ पेपरों में यह खबर छपी थी कि 2020 में किसी देश में अन्य तरह के वायरस या बुखार से महामारी फैलने से जनहानि होने के योग बन सकते हैं जैसे चीन , जापान , ताइवान ( यानी उन न्यूज़ पेपरों में इन देशों के नाम भी उजागर किए गए हैं ) ।। गौरतलब है कि जनवरी एवं फरवरी 2020 में चीन में ऐसा वायरस फैला है जो अब तक सैकड़ों लोगों की जान निगल चुका है , जिसका नाम वैज्ञानिकों ने कोरोना वायरस घोषित किया है ।। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर की गई 2020 की सबसे बड़ी भविष्यवाणी सत्य साबित होने पर नाहटा ने यह भविष्यवाणी को सर्वप्रथम अपनी माताजी श्रीमती कंचन बाई जी नाहटा एवं पिताजी श्रीमान चेतन मल जी नाहटा के चरणो में एवं अपने ईस्ट गुरुवर 1008 आचार्य श्री हस्ती मल जी महाराज साहब के चरणों में ( जिनका स्थान पावन-धाम यानी समाधि-स्थल निमाज गांव के बाहर स्थित है , जो ब्यावर से जोधपुर जाते समय बीच रास्ते में पड़ता है , जो ब्यावर से केवल मात्र 40 किलोमीटर दूर स्थित है , नाहटा का मानना है कि इन्हीं गुरुवर के आशीर्वाद से यह ज्योतिषीय ज्ञान अप्रत्यक्ष रुप से मुझे सीखने को मिला है ) , और इसके अलावा ब्यावर क्लब " जैन सोशल ग्रुप एमराल्ड " के चरणों में एवं संपूर्ण ब्यावर के सभी मित्रों के चरणों में एवं संपूर्ण ब्यावर की जनता के चरणों में एवं संपूर्ण अजमेर जिले की जनता के चरणों में एवं संपूर्ण राजस्थान की जनता के चरणों में एवं संपूर्ण भारत की जनता के चरणों में ये भविष्यवाणी समर्पित है , इसके अलावा भारत देश के संपूर्ण विद्वान ज्योतिषियों के चरणों में भी ये भविष्यवाणी समर्पित की है , इसके अलावा जैन होने के नाते जैन धर्म के सभी 24 तीर्थंकरों के चरणों में यानी प्रथम जैन तीर्थंकर भगवान ऋषभदेव स्वामी जी से लेकर अन्तिम 24 वें जैन तीर्थंकर भगवान महावीर स्वामी जी के चरणों में ये भविष्यवाणी समर्पित की है एवं देशभर के संपूर्ण जैन संप्रदाय एवं संपूर्ण जैन समाज के चरणों में ये भविष्यवाणी समर्पित की है , इसके अलावा अंतिम कड़ी में नाहटा परिवार में पत्नी नमिता नाहटा , पुत्र दिव्यांश नाहटा , भाई चमन नाहटा - पूजा नाहटा एवं बहन नीतू गादिया के चरणों में एवं देशभर के संपूर्ण नाहटा परिवार के चरणों में ये भविष्यवाणी समर्पित की है।
नाहटा का मानना है कि इस भविष्यवाणी का सम्मान मेरा नहीं है , अपितु सच्चे रूप से ये भारत देश के संपूर्ण विद्वान ज्योतिषियों का एवं भारत देश के संपूर्ण ऋषियों एवं मुनियों जैसे .. आर्यभट्ट , वराहमिहिर , भृगु ऋषि , ऋषि पराशर , ऋषि अगस्त्य , महावीर , बुद्ध , राम , कृष्ण , हनुमान , शिव आदि महापुरुषों के द्वारा दिए गए ज्ञान का सम्मान है ।।