लंबित प्रकरणों के निराकरण में महारत हासिल कर चुके है आरक्षक देवेंद्र मीणा
आगर-मालवा। अजाक थाने में पदस्थ आरक्षक देवेन्द्र मीणा सफलता के लिए पहचाने जाने लगे है। वे जहां भी पदस्थ रहते है पुराने मामलों का निराकरण कर ही लेते है। फरार वारंटी गायब हुए बच्चों व महिलाओं को खोजने के साथ ही अंधे कत्लों का खुलासा करने में उन्हें महारथ हासिल हो चुकी है। हाल ही में उन्हें २२ वर्षों से फरार एक स्थाई वारंटी को गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की है।
वर्ष का अंत होते-होते पुलिस महकमा पेडिंग अपराधों को निपटाने में जुटा हुआ है। अधिक से अधिक मामलों का निराकरण करने की कोशिश महकमे की रहती है। आगर पुलिस महकमे की यह गति बढ सी गई है। अजाक थाने में पदस्थ आरक्षक देवेन्द्र मीणा को पुराने प्रकरण निपटाने में विशेषज्ञता हासिल हो चुकी है। वे अब तक जहां भी रहे है उन्होंने हर जिले में पुराने प्रकरणों का निराकरण करने में रूचि दिखाई है। इसी के चलते उन्हें कई बार सम्मानित भी किया जा चुका है। पुलिस अधीक्षक राकेश कुमार सगर के मार्गदर्शन में आरक्षक देवेन्द्र मीणा ने 22 वर्षो से फरार स्थाई वारंटी गंगाराम पुत्र मांगू निवासी परसूला थाना मोहन बडोदिया जिला शाजापुर को देवास जिले से गिरफ्तार किया है। पुलिस अधीक्षक के मार्गदर्शन, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नवलसिंह सिसौदिया, अनुविभागीय अधिकारी सुसनेर एनएस रावत के निर्देशन व उनकी टीम थाना प्रभारी अजाक डीआर बच्चन, थाना प्रभारी नलखेडा विवेक कनोडिया, आरक्षक देवेन्द्र मीणा, चालक धर्मेन्द्र द्वारा नलखेडा थाने के प्रकरण क्रमांक ५७४/९८ धारा ३२४, ३२३, १४७, १४८, १४९ भादवि में न्यायालय सीजेएम सुसनेर द्वारा स्थाई वारंटी गंगाराम को पकडने में सफलता हासिल की है। वह देवास के नाहर दरवाजा क्षेत्र में रह रहा था। आरोपी मूल रूप से शाजापुर जिले का रहने वाला है और गिरफ्तारी से बचने के लिए शाजापुर देवास सहित गुजरात राज्य में रहकर फरारी काटी गई। मुखबिर की सूचना पर आरक्षक देवेन्द्र मीणा ने देवास मेें दबिश देकर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। आरक्षक देवेन्द्र मीणा आगर में पिछले एक वर्ष से पदस्थ है और वे १५, १३, १२, १०, ७ एवं ४ वर्षो से फरार बदमाशों को पकड चुके है।