भाजपा नेताओं की आपसी फूट के चलते गरीबों की आवास योजना चढ़ी राजनीति की भेंट: मामला प्रधानमंत्री आवास योजना का: अपात्र हितग्राहियो द्वारा सौंपा गया ज्ञापन
सोयत:-
सोयत नगर परिषद में गत दिनों से प्रधानमंत्री आवास योजना को लेकर भाजपा पदाधिकारियों ने नगर में अपनी अपनी राजनीति चमकाने के लिए गरीबों को अपना निशाना बना लिया गया है जिससे कि नगर की आम जनता और गरीब परिवारो के बीच अपने राजनैतिक जीवन की साफ सुतरी छभी बन जाएं और भविष्य में इसी तरह नगर की जनता को गुमराह किया जाए। जबकि केंद्र और प्रदेश में भाजपा की सरकार है इसी को लेकर हितग्राहियों ने भी नगर की राजनीति से तंग आकर नेताओं के खिलाफ बिगुल बजा कर गुरुवार दोपहर एक बजे नगर परिषद में सैकड़ो की संख्या में एकत्रित हो कर मुख्य नगर पालिका अधिकारी बाबू सिंह राजपूत एवं नायब तहसीलदार के नाम पटवारी जयेश तिवारी को ज्ञापन सौंपा।
ज्ञापन में बताया कि प्रधानमंत्री आवास योजना में जांच दल द्वारा नियम विरुद्ध तरीके से अपात्र घोषित कर दिया गया है,जबकि अपाात्र होने वाले सभी हितग्राहियों को कलेक्टर द्वारा 3 साल पूर्व ही पात्र कर दिया था जिसकी राशि 7 सितंबर 2021 को माननीय मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा परिषद के खाते में डाली जा चुकी थी । लेकिन कुछ नेताओं द्वारा निजी स्वार्थ के चलते आवास सूची पर जांच बैठा दी व सूची को कैंसिल करा दि जिससे हमें काफी रोष है हम सभी अपात्र हितग्राही मांग करते हैं कि पूर्व में जितने भी आवास स्वीकृत हुए हे हमें भी उसी आधार पर पात्र किया जाये
राशि पर रोक लगाने की मांग:-
प्रधानमंत्री आवास योजना में जांच दल द्वारा 475 हितग्राहियों की लिस्ट में जितने भी पात्र हितग्राही पाए गये हैं उन हितग्राहियों की आवास की राशि पर रोक लगाई जाए जब तक अपात्र हितग्राहियों की समस्या का समाधान नहीं हो जाता।
धरना प्रदर्शन उग्र आंदोलन की दी चेतावनी
ज्ञापन देने आए अपात्र हितग्राहीयो द्वारा ज्ञापन के माध्यम से चेतावनी दी गई है कि यदि हम सभी अपात्र हितग्राहियों को पात्र करके राशि नहीं डाली जाती है तो हम दिनांक 25 दिसंबर से धरना प्रदर्शन कर भूख हड़ताल करेंगे।
सीएमओ कक्ष में फुटा अपात्र हितग्राहियों का गुस्सा:-
गुरुवार को जब अपात्र हितग्राही ज्ञापन देने पहुंचे तो सीएमओ कक्ष के अंदर सीएमओ बाबू सिंह राजपूत व परिषद इंजीनियर विनोद पोरवाल मौजूद थे दोनों अधिकारियों के बीच कुछ मंथन चल रहा था कि तभी सभी अपात्र हितग्राहियों कक्ष के अंदर प्रवेश कर गए व कक्ष के अंदर सीएमओ बाबू सिंह राजपूत से बहस कर जांच दल द्वारा नियम विरुद्ध तरीके से जांच करने के आरोप लगाने लगे , तो कुछ लोगों ने पूर्व में परिषद के नेताओ द्वारा 50-50 हजार रुपए लेकर आवास स्वीकृति के आरोप लगाए, तो कुछ लोगों ने 475 हितग्राहियों की सूची पर जांच बैठाने वाले नेताओं को नाम ले ले कर गुस्सा प्रकट किया जिसके चलते कक्ष के अंदर काफी गहमागहमी शुरू हो गई जिसको शांत करने के लिए पुलिस बुलानी पड़ी ।
पुलिस दल था मौजूद :-
पूर्व में प्रधानमंत्री आवास योजना में जब जांच दल के गठन के बाद क्षेत्रीय विधायक राणा विक्रम सिंह नगर परिषद कार्यालय पहुंचे थे तो हितग्राहियों ने उक्त मामले को लेकर भी विधायक के सामने प्रदर्शन किया था , तब ऐसे में पुलिस ने तत्काल मोर्चा संभाला था इसी को ध्यान में रखते हुए थाना प्रभारी हरीश जेजूरकर द्वारा नगर परिषद में पहले से ही भारी पुलिस बल की तैनाती कर दी थी जिससे कोई अप्रिय घटना घटित ना हो सके।
इनका कहना:-
कुछ नेताओं द्वारा अपने-अपने व्यक्तिगत लाभ के लिए गरीबों की आवास योजना को मुद्दा बनाया गया है ,जिसके चलते गरीब आवास योजना से वंचित हो रहे है। मैं उन नेताओं से मांग करता हूं कि गरीबों की आवास योजना में नेतागिरी न कि जाए ।
चंद्रशेखर कुशवाह अपात्र हितग्राही वार्ड नंबर 4
अपात्र हितग्राहियों द्वारा मुझे ज्ञापन सौंपा गया है हम उस ज्ञापन को जिला परियोजना अधिकारी को सौंपेंगे और 7 दिन में जितने भी दावे आपत्ति प्राप्त होंगे उस पर विचार कर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
नगर परिषद सीएमओ बाबू सिंह राजपूत